रिपोर्ट -एकरार खान


गाजीपुर। जिले के नलकूप खंड द्वितीय में तैनात अवर अभियंता त्रिभुवन शर्मा पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, पिछले दस वर्षों से वे इसी पद पर जमे हुए हैं, जबकि इस दौरान उनका तीन बार ट्रांसफर भी हो चुका है। लेकिन विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत और राजनीतिक रसूख के चलते हर बार उन्होंने अपना ट्रांसफर रुकवा लिया।
बताया जा रहा है कि नलकूप विभाग में आए दिन घोटाले और अनियमितताएं सामने आती हैं, लेकिन एसडीओ और एक्सईएन की गोलमाल नीति के चलते जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। विभागीय नियमों के अनुसार, एक ही स्थान पर लंबे समय तक जमे रहने वाले अधिकारियों का नियमित रूप से स्थानांतरण किया जाना चाहिए, लेकिन अवर अभियंता त्रिभुवन शर्मा इस नियम से अछूते रहे हैं।
सूत्रों का दावा है कि उन्होंने पैसे और राजनीतिक संबंधों के बल पर न सिर्फ अपने ट्रांसफर रुकवाए, बल्कि विभागीय कामकाज में भी मनमानी की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के जागरूक नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है, ताकि विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।