रुपईडीहा सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध बस स्टैंड का निर्माण चिंताजनक स्तर पर पहुंच गया है। नगर पंचायत रुपईडीहा में टूर एंड ट्रैवल्स के नाम की आड़ में अवैध बसों का संचालन हो रहा है। इससे रुपईडीहा डिपो की सरकारी बसों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। सरकार को प्रतिदिन लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है।
भारत पेट्रोल पंप से लेकर इंडियन पेट्रोल पंप, चकिया रोड और लैंड कस्टम के सामने पश्चिम साइड में लगभग 6 अवैध बस स्टैंड स्थापित हैं। ये सभी दुकानें टूर एंड ट्रेवल्स के नाम से संचालित हो रही हैं।
नेपाल में बैठे इनके दलाल होटलों में सवारियों को प्राइवेट वाहनों का फायदा बताकर उन्हें भ्रमित करते हैं। वे प्राइवेट टिकट बना देते हैं। भारतीय सीमा में प्रवेश करने के बाद, भारतीय रिक्शा चालक इन यात्रियों को प्राइवेट बस स्टैंड पर ले जाते हैं। इसी कारण नेपाली यात्री रुपईडीहा डिपो के बस स्टैंड तक नहीं पहुंच पाते हैं।
रुपईडीहा डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक राम प्रकाश ने बताया कि रुपईडीहा डिपो के 1 किलोमीटर के दायरे में किसी भी प्रकार का बस अड्डा या टैक्सी स्टैंड स्थापित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा बहुत ही गंभीर है। जब से उन्होंने रुपईडीहा डिपो का चार्ज लिया, तब से इस मुद्दे को पत्राचार के माध्यम से उच्च अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियों और संबंधित विभाग को कई बार अवगत कराया है। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
उन्होंने बताया कि अवैध बसों के संचालन से रोडवेज की आय में कमी आ रही है। इससे परिचालकों को उच्च अधिकारियों द्वारा वेतन काटने की धमकी दी जाती है। आय कम होने से रोडवेज बसों की मरम्मत भी नहीं हो पाती है।
ए आर टी ओ बहराइच रुपईडीहा क्षेत्र छोड़कर नानपारा क्षेत्र और अन्य कस्बों से आने वाली वाहनों की जांच करके अपनी औपचारिकता पूरी कर लेते हैं। रुपईडीहा से जाने वाली प्राइवेट बसों पर कार्रवाई करना वे अपनी शान के खिलाफ समझते हैं।
लगातार होती प्राइवेट बसों की दुर्घटनाओं से भी अधिकारी सबक नहीं ले रहे हैं। इस अवैध परिवहन व्यवस्था पर कार्रवाई न होने से स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।
रिपोर्ट – भीम सेन नायक बहारइच

