रिपोर्ट -एकरार खान


गाजीपुर। कासिमाबाद ब्लॉक के ग्राम सभा मोहिद्दीनपुर में मनरेगा योजना के तहत चल रहे कार्यों में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आ रही हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत गरीब मजदूरों को रोजगार देने के उद्देश्य से यह योजना चलाई जाती है, लेकिन ग्राम सभा मोहिद्दीनपुर में इसका लाभ कागजों तक ही सीमित दिखाई दे रहा है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, ग्राम सभा में कई दिनों से मनरेगा के तहत कार्यों की हाजिरी दर्ज की जा रही है, लेकिन जब टीम मौके पर पहुंची तो एक भी मजदूर कार्यस्थल पर मौजूद नहीं मिला। मौके पर केवल नाममात्र का काम दिखाने के लिए पुराने मिट्टी के ढेर और अधूरे गड्ढे नजर आए।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से फर्जी हाजिरी लगाकर भुगतान कराया जा रहा है। मजदूरों के नाम पर हजारों रुपये का सरकारी धन निकाला जा रहा है, जबकि वास्तव में किसी भी प्रकार का काम जमीन पर नहीं हो रहा है।
ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से मांग की है कि मोहिद्दीनपुर ग्राम सभा में मनरेगा कार्यों की जांच कराई जाए, ताकि भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके और गरीब मजदूरों को उनका वास्तविक हक मिल सके।