रिपोर्ट: मित्तल महरा




अनूपपुर जिले के फुनगा क्षेत्र में इस समय जो हो रहा है, वह सिर्फ कानून व्यवस्था का ह्रास नहीं, बल्कि प्रशासनिक चरित्र का पतन है यहां अवैध शराब का ऐसा साम्राज्य खड़ा हो गया है, जहां कानून केवल किताबों में है और माफिया ज़मीन पर राज कर रहे हैं हर गली, हर मोहल्ले में शराब खुलेआम बिक रही है स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि गांव में दाल-चावल न मिले, मगर शराब की बोतल हर मोड़ पर सहज उपलब्ध है
यह माफिया-राज किसके दम पर फल-फूल रहा है?
सूत्रों के मुताबिक, इस पूरे गैरकानूनी कारोबार की जड़ें जमुना कालरी स्थित एक लाइसेंसशुदा अंग्रेजी शराब दुकान से जुड़ी हैं वहीं से रोज़ भारी मात्रा में शराब अवैध रूप से फुनगा, देवरी, अमलई, दैखल और पयारी जैसे गांवों में भेजी जा रही है न कोई वैध अनुज्ञा, न कोई अधिकृत विक्रय केंद्र — फिर भी यह कारोबार बेशर्मी से चल रहा है इस काले धंधे का ज़मीनी संचालन करता है विद्या नामक व्यक्ति, जो अपने सहयोगी के साथ बाइक पर गांव-गांव शराब पहुंचाता है
इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है वीरेंद्र राय, जो अनूपपुर में बैठकर इस पूरे अवैध साम्राज्य की चाबी घुमा रहा है ये लोग अब इतने बेखौफ हो चुके हैं कि खुद को ‘प्रशासन से ऊपर’ समझते हैं सवाल यह है कि क्या वाकई ये प्रशासन से ऊपर हैं — या फिर प्रशासन ही इनके चरणों में बैठा हुआ है?
राजस्व की खुली लूट और समाज का पतन
सरकार को मिलने वाला आबकारी शुल्क, जीएसटी और अन्य कर सीधे इन माफियाओं की जेब में जा रहा है प्रतिदिन लाखों की अवैध कमाई हो रही है, जिससे राज्य की योजनाओं के लिए जरूरी धन की सीधी चोरी हो रही है यह सिर्फ आर्थिक अपराध नहीं है बल्कि सामाजिक ढांचे पर हमला है युवा नशे में डूब रहे हैं, महिलाएं असुरक्षित हैं, परिवार टूट रहे हैं और स्कूलों का वातावरण दूषित हो रहा है
प्रशासन: मूक दर्शक या साझेदार?
इस समूचे तंत्र की सबसे शर्मनाक कड़ी है प्रशासन की चुप्पी स्थानीय पुलिस आबकारी विभाग और प्रशासनिक अधिकारी इस पूरे मामले में आंखें मूंदे बैठे हैं क्या ये वही अफसर हैं जिनके वेतन जनता के टैक्स से दिए जाते हैं? क्या उनका काम सिर्फ कुर्सी गरम करना रह गया है? या फिर वे इस धंधे की ‘कृपादृष्टि’ में पल रहे हैं?
अब भी अगर शासन नहीं जागा…
अब आवश्यकता सिर्फ जांच की नहीं, बल्कि कार्रवाई की है जमुना कालरी की दुकान, वीरेंद्र राय, विद्या और उनसे जुड़े पूरे नेटवर्क की स्वतंत्र, न्यायिक जांच कराई जाए दोषियों पर सिर्फ दिखावटी कार्रवाई नहीं, दृढ़ कानूनी शिकंजा कसा जाए जनता को अब झूठे आश्वासनों की नहीं, ठोस परिणामों की जरूरत है
फुनगा का जनाक्रोश अब चेतावनी बन चुका है
यदि इस आवाज़ को अब भी अनसुना किया गया तो यह मामला अवैध शराब से आगे बढ़कर पूरे अनूपपुर जिले की साख को ध्वस्त कर देगा प्रशासन के लिए यह आखिरी चेतावनी है — अब भी वक्त है कि खुद को माफिया का मोहरा बनने से बचा लें वरना आने वाली पीढ़ियां सिर्फ यह जानेंगी कि फुनगा में कानून नहीं, शराब का सिक्का चलता था
इनका कहना है
फुनगा का क्षेत्र में अवैध शराब बिक रही है तो इस संबंध में आप सामने आकर बात करिए
अनुराग अवस्थी
थाना चौकी प्रभारी फूनगा