रिपोर्ट – हरीशराज चक्रवर्ती




हमीरपुर। जनपद में स्वर्ण ग्राम अभियान के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन जिलाधिकारी राहुल पांडेय की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित डा. एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने गाँवो में लगाए गए नोडल अधिकारियों से स्वर्ण ग्राम अभियान के अंतर्गत किये गए कार्यों के संबंध में फीडबैक लिया। उन्होने कहा कि स्वर्ण ग्राम अभियान के अंतर्गत संबंधित गांव के क्लस्टर के जो भी नोडल अधिकारी बनाए गए हैं वह अपने क्लस्टर के गांव के विकास के लिए हर संभव प्रयास करें। जिलाधिकारी ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए व गाँवो की समस्याओं को निस्तारण के लिए स्वर्ण ग्राम अभियान एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इस अभियान के अंतर्गत नोडल अधिकारियों द्वारा अपने संबंधित क्लस्टर के अधिक से अधिक गांवों को मॉडल के रूप में विकसित करने का कार्य किया जाए तथा योजनाओं का शत प्रतिशत संतृप्तिकरण सुनिश्चित किया जाए।
ज्ञात हो कि स्वर्ण ग्राम अभियान का लक्ष्य जनपद के प्रत्येक गांव को विकसित करना, स्वस्थ बनाना, शिक्षित बनाना, समृद्धशाली, संगठित एवं सुरक्षित बनाना है। इसके लिये जोनल अधिकारी तैनात किए गए हैं। इसका उद्देश्य विभिन्न योजनाओं का शत प्रतिशत संतृप्तिकरण, छूटे हुए पात्रों का चिन्हांकन एवं समावेशन, गांव की मूलभूत सुविधाओं की स्थिति देखकर उसका विकास करना है। नोडल अधिकारी अपने क्लस्टर के गांव के विकास के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में कार्य करेंगे। इस दौरान एडीएम न्यायिक डा. नागेन्द्र नाथ यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी तथा अन्य संबंधित मौजूद रहे।