TNI 24 जिला संवाददाता शिवम सिंह बहराइच


विकासखंड शिवपुर की कई ग्राम पंचायत में लगाई जा रही फर्जी हाजिरी
ग्राम पंचायत के दो कामों पर मौके पर उपस्थित 15 लेबर मास्टर रोल पर भरे जा रहे सौ से अधिक लेबर
जनपद के विकासखंड शिवपुर से है जहाँ के ग्राम पंचायत शिवपुर, बसंतापुर, चौकसाहार, लौकिहा, बौंड़ी,नकही, नकहा रखौना,सैयदनगर, में लगातार मनरेगा से लेकर वित्त तक के कार्य में जमकर घोटाला किया जा रहा है। जहाँ वित्त को लेकर ग्राम पंचायत में लाखो के खेल किये जा रहे है।वही दूसरी तरफ मनरेगा कार्यो में अधिकारियों के संरक्षण में जमकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।मौके पर 10तो मस्टररोल में 100के ऊपर हाजिरी लगाई जाती है शिवपुर ब्लॉक के अधिकतर ग्राम पंचायत में काम पूरा हो जाता है लेकिन फिर भी मास्टर रोल पर उपस्थिति दर्ज कर हाजिरी लगाई जा रही है। वहीं प्रशासन को खबर होने के बावजूद खंड विकास अधिकारी व जेई मनरेगा द्वारा कार्यवाही करने के बजाय उल्टा पूरे मामले में लीपा पोती कर मामले को सुलटा दिया जाता है वहीं ग्राम पंचायत लौकिहा में मनरेगा से कराये गये कार्य नहर पटरी मिट्टी पटाई के काम में जबरदस्त फर्जीवाड़ा किया गया है। इस कार्य में लगभग पानी लाख का भुगतान हुआ लेकिन यह काम कहां हुआ इसकी जानकारी प्रधान प्रतिनिधि से लेकर पंचायत सचिव भी इस काम के बारे में किसी को पता है
मनरेगा कार्यो में अभी तक लाखों रूपयों का घोटाला कर जिम्मेदारों ने अपनी जेब भर ली है। सूत्रों की माने तो काम बहुत समय से इसी तरीके से चलता है। उसके बावजूद शासन सत्ता से बेखौफ होकर जिम्मेदार अधिकारी पुरानी फोटो की फोटो अपलोड कर सरकार के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। एक ही तरीके से फर्जी हाजिरी लगाने से यह स्थिति भी साफ हो रही है कि कहीं न कहीं विकास खंड के मुखिया की ही यह योजना होगी की किस तरह से शासन व सत्ता के जिम्मेदारों की आंखों में धूल झोंकी जा सकती है। विकासखंड शिवपुर में मनरेगा फर्जी वाड़ा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बल्कि दिन प्रतिदिन जिम्मेदारों के संरक्षण में भ्रष्टाचार फल फूल रहा है वहीं हकीकत इसके विपरीत है इसके पीछे की वजह कमीशन खोरी है क्योंकि स्टीमेट बनने से पहले बनाने वाला कमीशन लेकर आवश्यकता से कई गुना ज्यादा मजदूरों का स्टीमेट बनाया जाता हैं। जिसके चलते काम पहले ही जिम्मेदार दिखा देते हैं।
इस बारे में जब खंड विकास अधिकरी शिवपुर से बात की गयी तो उन्होने बताया कि मजदूर मिलते नहीं है क्योंकि बाहर 350/-रुपये की मजदूरी चलती है और मनरेगा की मजदूरी दो सौ रुपये की है तो कुछ तो करना ही पडेगा
दिनांक 5/7/2024को सारा दिन पानी बरस रहा था लेकिन ब्लाक के गांवो में मनरेगा का काम चल रहा था
वही सोचने की बात यह भी है कि शिवपुर ब्लाक में मनरेगा का सारा काम शाम को ही क्यों चालू होता है
क्या मनरेगा का काम रात में चलता है यह सोचने का विषय है
अब देखना यह है कि खबर प्रकाशित होने के बाद जिले के आला अधिकारी इन ग्राम पंचायतों में किये गये भ्रष्टाचार पर कितना अंकुश लगाने में सफल हो पाते है