रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर।


बागपत/बिनौली:
बरनावा के लाक्षागृह स्थित श्री महानंद संस्कृत विद्यालय गुरुकुल परिसर में मंगलवार को आयुष विभाग के तत्वावधान में दशम योग दिवस
के उपलक्षय में चल रहे योग सप्ताह के तहत शिविर का आयोजन हुआ। जिसमे प्रशिक्षकों ने साधकों को यौगिक क्रियाएं सिखाई।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य योगाचार्य अरविंद शास्त्री ने कहा कि योग जीवन जीने की कला सिखाता है। योग का नाम जोड़ना है, आत्मा परमात्मा, मन प्राण का मिलन योग है। विचारों का परिवर्तन तप है। योग साधना से ही विचार शुद्ध हो सकते हैं। असाध्य रोगों का निदान योग से संभव है। इसलिए योग स्वस्थ जीवन का आधार भी है। उन्होंने
शलभासन, वज्रासन, पवनमुक्तासन, मयूरासन सहित विभिन्न आसनो के लाभ बताए। आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक हर्ष गौरव व मनीष कुमार ने साधकों को योगसनो व प्राणायाम के अभ्यास कराए। आयोजन में
डा. कुलदीप कटारिया, डा.जितेंद्र गौतम, डा.रूबी प्रजापति, डा.शमीम, डा.मीनाक्षी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अतुल कुमार, जगन्नाथ पांडेय, ममता, अनुज कुमारी आदि मौजूद रहे।