लखनऊ, 27 अक्टूबर 2024: सनातन फाउंडेशन के संस्थापक कबीर जी महाराज के मार्गदर्शन में आयोजित द्वितीय युवा शास्त्रार्थ कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन गोमती नगर के विश्वास खंड में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवा पीढ़ी में भारतीय संस्कृति, धर्म, और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना था, ताकि वे अपने जीवन में धर्म-युक्त कर्म को अपनाकर समाज के पुनर्निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें।


कार्यक्रम में सनातन फाउंडेशन के कोषाध्यक्ष सतीश तिवारी जी, सचिव संदीप मिश्रा जी, ट्रस्टी अखंड प्रताप सिंह जी, और समाजसेवी गोरखनाथ राव जी की उपस्थिति ने युवाओं को विशेष रूप से प्रेरित किया। इन सभी ने अपने अनुभवों और विचारों को साझा कर युवाओं के मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कबीर जी महाराज ने युवाओं को संबोधित करते हुए उनकी चेतना को जागृत करने और धर्म-युक्त कर्म की ओर प्रेरित करने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार भारतीय संस्कृति की जड़ों को समझते हुए एक सकारात्मक दिशा में कार्य किया जा सकता है, जिससे समाज के पुनर्निर्माण और व्यक्तिगत उन्नति में योगदान हो।
इस कार्यक्रम का आयोजन और संयोजन युवा नेता उज्जवल त्रिपाठी द्वारा किया गया, जो एक अत्यंत प्रभावी युवा चेतना की जागृति का आमंत्रण है ।
मुख्य बिंदु:
युवाओं में सामाजिक और धार्मिक जागरूकता: कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं में धर्म और कर्म के प्रति जागरूकता उत्पन्न की गई, जिससे वे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित हों।
ध्यान और चेतना का विकास: कबीर जी महाराज ने युवाओं को चेतना के महत्व पर विचार करते हुए उनका मार्गदर्शन किया, ताकि वे समाज में बदलाव के लिए एक सशक्त शक्ति बन सकें।
सामाजिक पुनर्निर्माण में योगदान: सनातन फाउंडेशन का उद्देश्य युवाओं को धर्म और सामाजिक जिम्मेदारी से जोड़कर उन्हें समाज के पुनर्निर्माण में शामिल करना है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से सनातन फाउंडेशन ने एक बार फिर यह साबित किया कि भारतीय संस्कृति और धार्मिक मूल्यों का संचार करते हुए एक सशक्त समाज का निर्माण संभव है। युवा शास्त्रार्थ की यह श्रृंखला भविष्य में भी जारी रहेगी, जिससे समाज में एक नई चेतना और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रसार होगा।