रामपुर से शारिक खान की रिपोर्ट


रामपुर नगर पालिका परिषद के 32 निर्वाचित सभासदों ने आज नगर वासियों के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए नगर पालिका परिषद रामपुर द्वारा हाउस टैक्स में की गई अत्यधिक वृद्धि पर गहरी आपत्ति जताई है।
सभासदों ने बताया कि सितंबर 2024 में आयोजित बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया था कि हाउस टैक्स एवं व्यापारिक कर (बड़ा टैक्स) में किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं की जाएगी। परंतु इसके बावजूद, शहर के नागरिकों पर 100 गुना तक का कर वृद्धि लागू कर दी गई है, जो कि न केवल परिषद के निर्णय के विपरीत है, बल्कि आम जनता—विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग—पर एक असहनीय बोझ है।
ज्ञापन सौंपने के अवसर पर अधिशासी अधिकारी ने यह स्पष्ट किया कि यह टैक्स वृद्धि शासनादेश के तहत की गई है, तथा नगर पालिका स्तर पर इसे वापस लेना संभव नहीं है। उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि जिन लोगों पर कर अधिक लगा है, उनके मामलों की वार्ड व मोहल्ला स्तर पर समीक्षा की जाएगी और पात्र नागरिकों को 40% तक की राहत दी जा सकती है।
इस अवसर पर सभासद मोहम्मद ज़फर ने प्रेस को दिए अपने बयान में कहा,
“जब नगर पालिका बोर्ड की बैठक में स्पष्ट रूप से प्रस्ताव को अस्वीकृत कर दिया गया था, तब यह कर वृद्धि लागू किया जाना आमजन की भावना के विपरीत है। रामपुर के अधिकांश लोग आर्थिक रूप से बेहद कमज़ोर हैं, कई परिवार दो वक़्त की रोटी के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं, ऐसे में लाखों रुपये के टैक्स नोटिस भेजना न्यायसंगत नहीं है।”
वार्ड 33 के सभासद ज़ियाउर रहमान ने भी कहा कि,
“यदि जन भावना को दरकिनार करते हुए यह टैक्स वसूली जारी रही, तो हम जनहित में न्यायालय का दरवाजा खटखटाने से पीछे नहीं हटेंगे।”
सभासदों ने संयुक्त रूप से तीन मुख्य मांगें रखीं:
- बढ़े हुए हाउस टैक्स को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।
- कर निर्धारण की प्रक्रिया को पारदर्शी, जनहितकारी और तार्किक बनाया जाए।
- भविष्य में किसी भी कर प्रस्ताव को लागू करने से पहले बोर्ड की स्पष्ट सहमति प्राप्त की जाए।
सभासदों ने आशा जताई कि नगर पालिका परिषद रामपुर जनभावनाओं का सम्मान करते हुए एक न्यायसंगत और संवेदनशील निर्णय लेगी, जिससे नगर में अमन, विश्वास और पारदर्शिता बनी रहे।
इस मौके पर सभासद मोहम्मद ज़फ़र, शादाब भाजी गुफरान खान मोइन अंसारी वसीम अब्बासी फहीम अंसारी शावेज अंसारी मुशाहिद उर्फ गुड्डू खान यासीन मुन्ने खान सरफराज अली तनवीर खान खलील अहमद जमील इनायती जियाउर रहमान उर्फ बाबू शहवेज उर्फ दमदम नावेद राणा अलीम खान मुराद कलीम आसिफ अली शाहब खां राजू सिकंदर आदि सभासद गण मौजूद रहे
(संलग्न: ज्ञापन की प्रति एवं 32 सभासदों के हस्ताक्षर)