रामपुर से शारिक खान की रिपोर्ट


कृष्णा विहार कालोनी में चल रही शिवपुराण में बोले कथावाचक पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा
देवासुर संग्राम का किया विस्तृत वर्णन, संगीतमय कथा सुन भावविभोर हुए दर्शक
रामपुर। पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा ने कहा कि भगवान शिव आदि योगी और आदि पुरूष हैं। उन्होंने देवासुर संग्राम का विस्तार से वर्णन किया। इस बीच संगीतमय कथा सुनकर दर्शक भावविभोर हो उठे। भगवान शिव के जयकारों से पंडाल गूंज उठा।
कृष्णा विहार कालोनी में चल रही शिवपुराण कथा का शुभारंभ पूर्व मंत्री शिवबहादुर सक्सेना ने किया। इसके बाद पंडित विश्वनाथ प्रसाद मिश्रा ने देवासुर संग्राम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। संगीतमय कथा के दौरान कथावाचक ने बताया कि राक्षस राजा अंधक अपनी सेना के साथ शिव-गणों से भिड़ गया। तब कई दानव मारे गए थे। दैत्यों के गुरू शुक्राचार्य मृत संजीवनी विद्या का प्रयोग कर चुपचाप उन सभी को पुनः जीवित कर देते थे। इससे दैत्यों का मनोबल कायम रहा और युद्ध बढ़ गया। यह विद्या देवों के लिए बड़ी समस्या बन गई। शिव-गणों ने शुक्राचार्य की यह गतिविधि देखी और नंदी के पास सूचना पहुंच गए। नंदी ने भीषण युद्ध किया और अंततः शुक्राचार्य को पकड़कर भगवान शिव के पास ले गए। भगवान शिव के सामने पूरे वृतांत का वर्णन किया, जिसे सुनकर भगवान शिव क्रोधित हो गए और शुक्राचार्य को निगल गए, ताकि वह मृत-संजीवनी विद्या का दुरुपयोग न कर सकंे। शुक्राचार्य शिव के उदर में रहकर शिवमंत्र का जाप करने लगे। उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर शिव ने उन्हें अपने भीतर से मुक्त किया और बेटे के रूप में स्वीकार कर आशिर्वाद दिया। तभी से उन्हें शुक्र नाम से जाना जाता है। शिव पुराण में वर्णन है कि ब्रह्मा और विष्णु में श्रेष्ठता का विवाद लड़ाई में बदल गया। उनके विनाशकारी युद्ध को रोकने के लिए शिव ने एक तेजोमय स्तंभ (लिंग) के रूप में अवतार लेकर दोनों को अपनी सीमा में ला दिया। उन्होंने कार्तिकेय की कहानी और सृष्टि रचना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। अंत में आरती के साथ प्रसाद वितरण हुआ। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ख्यालीराम लोधी, रामौतार रसिक, अंकित शर्मा, भगत, रामदत्त शर्मा, मुरारी लाल शर्मा, अमर सक्सेना, हीरालाल शर्मा, सर्वेश बहादुर सक्सेना, सत्यप्रकाश सक्सेना, वीके जौहरी, राम जी लाल गुप्ता, गोपाल कृष्ण श्रीवास्तव, अखिलेश, ओमेंद्र सिंह, मुकुल सक्सेना, रामौतार सक्सेना, प्रमोद पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।