( रिपोर्ट- सन्दीप वर्मा )
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में स्कूल खुलने के पहले दिन ही एक छात्र की साइलेंट अटैक से मौत हो गई. जैसे ही कार से उतरकर छात्र स्कूल के गेट पर पहुंचा, वह बेहोश होकर गिर गया. उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी.


“बाराबंकी में साइलेंट अटैक से 7वीं के छात्र की मौत”
“स्कूल गेट पर बेहोश होकर गिरा था अखिल प्रताप सिंह”
“अखिल की मौत के बाद स्कूल और परिवार में मातम छा गया”
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने के पहले दिन एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर दिया. सेंट एंथोनी स्कूल में सातवीं कक्षा के 12 वर्षीय छात्र अखिल प्रताप सिंह की मंगलवार सुबह स्कूल गेट पर ‘साइलेंट अटैक’ से मौत हो गई. इस हृदयविदारक घटना ने परिवार, स्कूल और पूरे समुदाय को सदमे में डाल दिया.
देवा कोतवाली क्षेत्र के घेरी बिशुनपुर गांव निवासी जितेंद्र प्रताप सिंह का बेटा अखिल, अपने पिता के साथ कार से स्कूल पहुंचा था. पिता के अनुसार, अखिल पूरी तरह स्वस्थ था और न तो उसे कोई बीमारी थी और न ही कोई दवा चल रही थी. कार से उतरने के बाद अखिल ने कंधे पर बैग टांगा और स्कूल गेट की ओर बढ़ा, तभी वह अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा. उसे तुरंत पास के अवध चिल्ड्रेन हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां हालत गंभीर देखकर उसे लखनऊ के चंदन हॉस्पिटल रेफर किया गया. दुर्भाग्यवश, रास्ते में ही अखिल ने दम तोड़ दिया. डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया.
“पिता बोले- पूरी तरह स्वस्थ था अखिल”
अखिल की मां का रो – रोकर बुरा हाल है, और परिवार गहरे सदमे में है. पिता जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उनका बेटा पूरी तरह स्वस्थ था और स्कूल खुलने की खुशी में सुबह उत्साहित होकर घर से निकला था. डॉक्टर भी इस कम उम्र में अचानक हुई मौत से हैरान हैं . प्रारंभिक तौर पर इसे ‘साइलेंट अटैक’ बताया जा रहा है, लेकिन परिजनों ने दोपहर में बिना पोस्टमॉर्टम के अखिल का अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे मौत का सटीक कारण रहस्य बना हुआ है.
घटना के बाद स्कूल में शोक की लहर दौड गई, और स्कूल में 1 दिन की छुट्टी कर दी गई।