अनूपपुर – पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है लेकिन कोतमा क्षेत्र के कुछ कथित लोगो ने अपने स्वार्थ एवं हितलाभ के लिए इस पुनीत कार्य को कलंकित करने पर उतारू है।
पत्रकार संगठन के नाम पर इन दिनों कुछ तथाकथित लोगों द्वारा कार्यक्रम आयोजन की आड़ में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, ठेकेदारों और आम नागरिकों से जमकर अवैध वसूली की जा रही है। इस प्रकार के कृत्यो से
न केवल पत्रकारिता की गरिमा को ठेस पहुंच रही है, बल्कि एक पंजीकृत संस्था की साख पर भी बट्टा लगाया जा रहा हैं।



*20 वर्षों से पंजीकृत है संस्था:
क्षेत्रीय पत्रकार संघ जमुना-कोतमा क्षेत्र के अध्यक्ष गुलाब रजक ने बताया कि संगठन 5 फरवरी 2003 को क्रमांक री.स.-5006 के तहत पंजीकृत हुआ था और तब से निरंतर समाजसेवा और जनहित में कार्य कर रहा है। संस्था का उद्देश्य पत्रकारों की सुरक्षा, निष्पक्ष रिपोर्टिंग और सामाजिक सरोकारों को सशक्त करना है। वर्तमान में कुछ शातिर प्रवृत्ति के लोग पत्रकार संघ के नाम का दुरुपयोग कर कार्यक्रमों की आड़ में जमकर चंदा वसूल रहे हैं। जो जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और व्यापारियों पर दबाव बनाकर अवैध रूप से पैसे वसूल रहे हैं जिससे संस्था की साख को नुकसान हो रहा है। ऐसी गतिविधियाँ न केवल गैरकानूनी हैं, बल्कि पत्रकारिता जैसे पवित्र पेशे को बदनाम करने वाली भी हैं।
की जाएगी लिखित शिकायत: संघ के अध्यक्ष गुलाब रजक ने बताया कि इस पूरे मामले की जानकारी राज्य मंत्री (ग्रामीण उद्योग एवं कुटीर स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल, कलेक्टर अनूपपुर, पुलिस अधीक्षक, एसईसीएल महाप्रबंधक जमुना कोतमा क्षेत्र को दी गई थी। जल्द ही जिला प्रशासन से मिलकर ज्ञापन सौंपते हुए कथित वसूलीबाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जाएगी। संस्था के अध्यक्ष ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी ऐसे व्यक्ति को चंदा न दें जो पत्रकार संघ का नाम लेकर अवैध रूप से दबाव बनाते हुए अनुचित मांग करता है । ऐसे लोगों की पहचान कर सबूतों के साथ कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। गुलाब रजक ने कहा पत्रकारिता सिर्फ खबरों तक सीमित नहीं है, यह सभ्य समाज का आईना माना जाता है जिसे कुछ लोग अपनी स्वार्थसिद्धि के लिए पूरे पत्रकार संगठन का नाम खराब कर रहे हैं। मीडिया के कार्य छोड़कर अवैध वसूली से मीडिया की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लग रहे है।