रिपोर्ट प्रदीप श्रीवास्तव


बहराइच : जनपद के मासी महाराजगंज में हुए बवाल के बाद मृतक परिजन जो है शव रखकर मेडिकल कॉलेज के सामने 13 अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे थे उसी दौरान महसी विधायक सुरेश्वर सिंह अपने काफिले के साथ पहुंचे थे विधायक सुरेश्वर सिंह ने कल मुकदमा दर्ज करवाया जिसमें उन्होंने बताया था मैं माँ दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन यात्रा के दौरान हिंसा में मृतक राम गोपाल मिश्रा के शव को बहराइच मेडिकल कालेज के समक्ष गेट पर रखकर भीड़ प्रदर्शन कर रही थी, मैं अपने अंगरक्षको व अन्य सहयोगियो के साथ पहले से सड़क पर रक्खे शव के पास पहुंचा उसके पश्चात जिलाधिकारी श्रीमती मोनिका रानी से मिलने सी.एम, ओ. बहराइच के कार्यालय मे पहुंचा वहां जिलाधिकारी सी.एम.ओ सिटी मजिस्ट्रेट मौजूद थे उनको साथ में लेकर मृतक राम गोपाल के शव के पास पुनः पहुचे वहां परिवार व गांव के लोगो से बात-चीत करके मृतक रामगोपाल के शव को लेकर हम लोग मर्चरी जाने लगे तभी कुछ उपद्रवी जिसमें अर्पित श्रीवास्तव, अनुज सिंह रैकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेन्द्र चौधरी, मनीष चंद्र शुक्ल, पुंडरीक पाडेय (अध्यापक श्रावस्ती), सुधांशु सिंह राणा आदि सैकड़ों लोग मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे एव गाली गलौज करने लगे। हम लोगों ने शव को लेकर मर्चरी में किसी तरह रखाया, फिर लोगों ने उपद्रव करना शुरू किया, जिलाधिकारी महोदया, कहा कि हम लोग चलकर मूर्तियों के विसर्जन हेतु पैदल चलकर आग्रह कर लेते हैं, हम लोग मर्चरी से निकलकर गेट के बाहर जैसे ही सड़क पर मैं व जिलाधिकारी जैसे ही आगे बढ़ते है हम लोगों कि गाड़ी मुड़ने लगती हैं उपरोक्त लोगों द्वारा गाड़ी को रोकने एवं शेष बचे लोगों को जान से मारने की नीयत से पत्थर अद्धा चलाने लगते हैं उसी समय भीड़ से एक फायर भी होता है जिससे गाड़ी सं0 UP 32 JP 9999 इसूजू गाड़ी का शीशा टूट जाता है उस घटना में मेरे बेटे श्री अखण्ड प्रताप सिंह बाल बाल बच जाते है। उक्त सारी घटना रात्रि 8 से 10 बजे के मध्य की हैं, सी.सी.टी.वी फुटेज में सारा कुछ स्पष्ट होगा अतः मुकदमा पंजीकृत करके समुचित एवं आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें.लेकिन आज विधायक सुरेश्वर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की जब पत्रकारों द्वारा विधायक से पूछा गया कि आपने अपने ही पार्टी के पदाधिकारी के ऊपर मुकदमा दर्ज करवा दिया तब उन्होंने कहा मुझे पहले नही पता था कि वह भाजपा नेता है जो मेरी जानकारी में है उनमें से केवल एक भाजपा कार्यकर्ता विपक्ष पर भी लगाए आरोप बोले जो अखिलेश यादव आरोप लगा रहे हैं वह चुनाव आने वाला है उसी के चलते यह सब हो रहा है 13 नवंबर के बाद सब चुप हो जाएंगे.थानाध्यक्ष चौकी इंचार्ज समेत स्थानीय पुलिस पर भी खड़े किए सवाल मैंने कभी नही कहा कि भाजपा नेताओं ने दंगे कराए दंगे का स्थान अलग लेकिन जो फायरिंग करी गई मुझ पर और बेटे पर वह मामला अलग है और विवेचना होगी उससे साफ स्पष्ट पता चल जाएगा कि कौन वहां पर था क्या उसकी मनसा थी हमला उपद्रवियों में ज्यादातर लोग नशे में थे बवाल ना बढ़ पाए इसलिए मैं और मेरा बेटा अखंड प्रताप सिंह दिवाकर पांडे और मृतक गोपाल मिश्रा का एक भतीजा किशन था तो चारों लोगों ने जो है उसके 100 को सड़क से उठाकर और मर्चरी ले जाने का काम किया फिर बाद में पता चला कि वहां पर भी लोगों ने मर्चरी का दरवाजा तोड़ दिया दीवाल गिरा दी बुलडोजर के कार्यवाही पर विधायक ने बताया की बुलडोजर कार्यवाही को लेकर गलत तरीके से पेश किया गया है इसका उसे घटना से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि 1 साल पहले जो है लोगों को नोटिस दिया गया था और निशान भी लगाए गए थे जो आज भी मौजूद हैं कोर्ट ने जो रोक लगाई है कोर्ट को जवाब दिया जाएगा अगर और भी लोग अतिक्रमण में होंगे तो उनका भी नाम जाएगा लिस्ट में इस कार्यवाही से महाराजगंज की हिंसा का कोई लेना-देना नहीं हैअखिलेश यादव के x पर दिया जवाब बोले इसी बात को लेकर उपचुनाव में जमानत बचाना चाहते हैं अखिलेश बुल्डोजर की कार्यवाही पर भी बोले।