सहारनपुर।
समाज में धर्मांतरण के बहुत मामले आपने सुने होंगे लेकिन किन्नर समाज में धर्म परिवर्तन कराने का मामला शाय़द ना सुना हो क्योंकि किन्नर भले ही अलग-अलग समाज से हो लेकिन उनका समाज ही किन्नर समाज होता है ऐसा ही एक मामला सहारनपुर के देवबंद से प्रकाश में आया है जहां एक चेल्ले ने अपने गुरु पर उसका बधाई क्षेत्र देने के लिए धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगा दिया जबकि गुरु ने इस धर्मांतरण के आरोप को झूठा बताया। देवबंद के गांव नन्हेडा आशा निवासी कोमल किन्नर ने बताया कि करीब 20 साल पहले वह देवबंद की गद्दी किन्नर संगीता उर्फ गुजरी के संपर्क में आकर उसके साथ रहकर बधाई मांगने का कार्य करती थी और वह उसे अपना गुरु किन्नर मानती थी उसका कहना है कि कुछ समय बाद उसकी गुरु संगीता ने अपने अधिकार क्षेत्र के कुछ गांव बधाई मांगने के लिए उसे दिए थे लेकिन करीब 20 दिन पहले उसकी गुरु ने बधाई क्षेत्र के दिए गए गांव वापस ले लिए हैं कोमल किन्नर का आरोप है कि उसकी गुरु संगीता उसके बधाई क्षेत्र के गांव वापस लौटाने के लिए उस पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बना रही है और उसे मारने पीटने की धमकी दे रही है उधर गद्दी किन्नर गुरु संगीता गुजरी का कहना है कि करीब 2007 में कोमल किन्नर उसके संपर्क में आया था और उसे उसके साथ बधाई मांगने को लेकर लिखित रुप में तल्हेडी बुजुर्ग का कुछ क्षेत्र दिया था और लिखित में लिया गया था कि जब तक कोमल किन्नर हमारे साथ रहेंगी तो उस क्षेत्र में बधाई मांगेगी ।यदि वह हमारे से अलग होगी तो हम अपना क्षेत्र वापस ले लेंगे अब कोमल किन्नर हमारे से अलग है और हमने अपना बधाई क्षेत्र वापस ले लिया है अब कोमल किन्नर हमारे से बधाई क्षेत्र लेने के लिए धर्म परिवर्तन कहने का झूठा आरोप लगाकर मेरे उपर दबाव बना रही है मारने पीटने या धमकी देने का आरोप झूठा है
