रिपोर्ट राजीव तिवारी
बुंदेलखंड।

महोबा जिले मैं चश्मदीद गावाहो को लेकर अपराधियों का फरमान मामला महोबा जिले कि कोतवाली खरेला से सटे कुआ गांव का है अपराधियों ने हत्या कारित करने जैसी घटना को अंजाम दिया था घटना का मुकदमा महोबा न्यायलय मैं विचाराधीन चल रहा है उस घटना मैं पीड़ित कि गवाही होना है न्यायलय मैं गवाही होने से पहले ही अपराधियों ने गवाही पीड़ित के घर मैं घुस कर वालात्कार करने कि कोशिश कि वही दूसरी ओर 10 साल कि नाबालिग बच्ची के साथ छेड़ छाड़ कर उसके कपडे उतार दिए उसके गुप्त अंगों के अन्दर ऊँगली डाली पीड़ित माँ और बेटी के चिल्लाने के दौरान पीड़ित के जैठ और भतीजी ने ललकारा तो अपराधी राहुल, बालेन्द्र, छत्रपाल, देवनारायण, उपेंद्र तिवारी इत्यादि अपराधियों ने मारपीट कि गाली गलौज कि और धमकी दी है कि हम लोगों के खिलाफ अगर कोर्ट मैं गवाही दी तो तुम्हारी और तुम्हारी लड़की कि इज्जत नीलाम कर देंगे उक्त घटना को लेकर पीड़ित परिवार ने कोतवाली खरेला मैं अपराधियों के खिलाफ शिकायती पत्र दिया तो कोतवाल साहब ने कोई सुनवाई नहीं कि जिसको लेकर पीड़ित परिवार ने जिलाधिकारी से न्याय कि गुहार लगाई है सवाल तो यह है कि कोतवाल साहब ने अपराधियों के खिलाफ जाँच कर कार्यवाई क्यों नहीं कि क्या कोतवाल साहब को योगी सरकार का कोई खोफ नही है क्या कोतवाल साहब को किसी भी प्रकार का कोई दबाव है कार्यवाई न करने का क्या कोतवाल साहब इसी प्रकार अपनी चुप्पी साधे बैठे रहेंगे क्या अपराधी इसी प्रकार घटना को अंजाम देते रहेंगे देखने वाली बात तो अब यह होंगी कि योगी सरकार मैं पीड़ित माँ और बेटी को महोबा प्रशासन से मिल पाता है न्याय या नहीं*