सुरक्षा कर्मियों को अंधेरे में संभालनी पड़ रही है कमान
न पानी पीने के लिए कोई प्रबंध, न शौचालय के लिए कोई इंतजाम, ठंड और कोहरे में खुले आसमान के नीचे बिता रहे हैं रातें हैं
सुनील गिरि
भीषण ठंड और कोहरे के बीच खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है तीर्थ यात्री। प्रयागराज जिले औद्योगिक क्षेत्र के सड़वा पुलिस सहायता केंद्र यानी सड़वा तिराहे से लेकर सरस्वती हाईटेक नुक्कड़ तक सड़क पर विद्युत रोशनी की कोई प्रबंध संबंधित नगर निगम, मेला विभाग सहित सरकार की ओर से नहीं होने पर इस मार्ग पर अंधेरा पूरी तरह से कायम है। साथ ही सड़वा कला यानी की केंद्रीय विद्यालय बाउंड्रीवॉल के पास खाली पड़े मैदान में कई लग्जरी बस अन्य वाहन खड़े हैं, लेकिन किसी भी प्रकार के विद्युत रोशनी की कोई प्रबंध आदि नहीं किया गया है। छत्तीसगढ़, झारखंड, मिर्जापुर, सोनभद्र, मध्य प्रदेश आदि जिलों से व प्रदेशों से आने वाले तीर्थ यात्रियों को खुले आसमान और कोहरे सहित ठंड के बीच बिन बिजली के अंधेरे में रात बिताने के लिए विवश है। जबकि स्थानीय लोगों ने कई तीर्थ यात्रियों, जिसमें बच्चे, महिलाएं बुजुर्ग शामिल हैं। उन्हें आसरा दिए हुए हैं। साथ ही स्वयं एक भारी भरकम स्ट्रीट लाइट लगाकर कुछ हद तक विद्युत रोशनी का प्रबंध किया गया है, लेकिन धन्य हो नगर निगम प्रयागराज से संबंधित जोन 5 नैनी और इसके अलावा मेला विभाग से जुड़े लापरवाह अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों की फौज। जो इस सड़क और आसपास विद्युतीकरण की कोई व्यवस्था तक नहीं किए। साथ ही इस सड़क पर न तो पानी पीने के लिए कोई प्रबंध हुआ और न ही शौचालय आदि स्थापित किया गया। धन्य हो संबंधित विभाग, तेरी महिमा तू ही जाने, गंगा मैया सबका करेंगी बेड़ा पार। संबंधित विभागों से ऐसे कुछ अधिकारी कर्मचारियों की फौज है, जो योगी सरकार का नाम खराब करने पर तुले हुए हैं। नतीजा सामने है। इतना ही नही सड़वा पुलिस सहायता केंद्र पर भी विद्युत रोशनी के कोई प्रबंध न होने पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को अंधेरे में रहने के लिए विवश हैं। धन्य हो ऐसे विभाग जो सुरक्षा कर्मियों के लिए भी कोई विद्युतीकरण की व्यवस्था तक नहीं कर पाए। जो जवान दिन रात लोगों और तीर्थ यात्रियों की सेवा में जुटे हुए हैं, रूट डाय वर्जन सहित सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाल रहे हैं। वहां पर भी पूरी तरह से अंधेरा कायम हैं। मेला विभाग से जुड़े अधिकारियों से लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास मंत्री एके शर्मा तक को यह जानकारी है। फिर भी इस सड़क पर विद्युतीकरण करने में कोई भी दिलचस्पी नहीं दिखी और इसी अंधेरे में पौष पूर्णिमा व मकर संक्रांति अमृत स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं का रेला श्री सोमेश्वर नाथ अरैल सहित संगम तट तक पहुंचे। अभी तो मौनी अमावस्या सहित कई अमृत स्नान बचे हुए हैं, लेकिन फिर भी संबंधित विभागीय अधिकारियों की घोर लापरवाही जो की कुंभकर्णी नींद टूटेगी नहीं। लगता है कि इस भीषण ठंड और कोहरे में कोई घटित घटना के बाद ही सरकार से जुड़े मंत्री, प्रयागराज नगर निगम, मेला विभाग से जुड़े लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों की फौज की नींद टूटेगी। हालांकि गंगा मैया सबका बेंड़ा पार करेंगी।