जामिया दावत उल खैर लिलबनात गर्ल्स कॉलेज के सालाना जलसे में 40 लड़कियां बनी आलिमा।

Spread the love

रिपोर्टर मोहम्मद कामरान।

गंजडुंडवारा /कासगंज।
गंजडुंडवारा ब्लॉक क्षेत्र के गांव समशपुर में स्थित जामिया दावत उल खैर लिलबनात गर्ल्स कॉलेज में सालाना जलसे का आयोजन किया गया। जिसमें 40 लड़कियों ने आलिमा का कोर्स पूरा किया। जलसे में आलिमाओं को फूल माला और पहनाकर सम्मानित किया गया। जलसे में मुख्य अतिथि के रूप मे मुफ्ती गजाला अख्तर शम्सी मुरादाबादी रहे। जलसे की सदारत मुफ्ती अरबाब मुरादाबादी ने की।

बीओ-आपको बता दें कि कासगंज जिले के गंजडुंडवारा ब्लॉक क्षेत्र के गांव समशपुर में सालाना जलसे के दौरान मुफ्ती हारिस बाराबंकी ने अपनी तकरीर में कहा कि लड़कियों के लिए उर्दू अरबी के साथ-साथ दुनियावी तालीम जरूरी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हर इंसान को गुनाह गलत कामों से बचना चाहिए और अच्छे काम करे। इंसानियत के नाते एक दूसरे के साथ अच्छा व्यवहार कर आपसी भाईचारे के साथ मिलजुल कर रहे।

वही इस दौरान मुफ्ती अरबाब मुरादाबादी ने कहा कि इस इलाके का यह पहला मदरसा है। इसमें लड़कियों के लिए आलिमा का कोर्स कराया जाता है। मदरसे के संचालक मौलाना कलीमुद्दीन की मेहनत रंग लाई है। उन्होंने दीन के कार्य को आगे बढ़ाया है। मदरसे में आलिमाओं को उर्दू, अरबी की शिक्षा के साथ-साथ अंग्रेजी, हिंदी, गणित और कंप्यूटर की शिक्षा भी दी गई है। उन्होंने कहा कि लड़कियों के लिए दीनी तालीम के साथ-साथ दुनियावी तालीम जरूरी है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को अदब के साथ पर्दे में रहना चाहिए। और आलिमाओं को परिवार चलाने के साथ-साथ दीन के कार्य को भी आगे बढ़ाने की भी अपील की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *