कर्मचारियों का शोषण कर रही है नीलकंठ कंपनी ,भाजपा मीडिया प्रभारी ने की शिकायत

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आमाडांड खुली खदान परियोजना में कार्यरत नीलकंठ कंपनी के द्वारा कर्मचारियों का शोषण, भ्रष्टाचार एवं नियम विरुद्ध किए जा रहे कार्य के जांच की हुई मांग

अनूपपुर । भारतीय जनता पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी राजेश सिंह ने आमाडांड खुली खदान परियोजना में कार्यरत नीलकंठ कंपनी के द्वारा की जा रही हेरा फेरी एवं श्रमिकों के शोषण के विरोध में कोयला मंत्री भारत सरकार ,केंद्रीय सतर्कता आयुक्त ,कोल इंडिया के अध्यक्ष, एसईसीएल के अध्यक्ष सहप्रबंध निदेशक , मुख्य सतर्कता अधिकारी बिलासपुर को शिकायत पत्र भेज कर कार्यवाही की मांग की है। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजेश सिंह ने पत्र के माध्यम से मांग किया कि एसईसीएल जमुना कोतमा क्षेत्र के अंतर्गत संचालित खुली खदान परियोजना में पिछले कुछ समय से नीलकंठ कंपनी के द्वारा मिट्टी हटाने एवं कोयले का परिवहन करने की जिम्मेदारी ली गई है लेकिन नीलकंठ कंपनी के द्वारा मिट्टी हटाने और कोयला परिवहन करने के नाम पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने के साथ ही मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। नीलकंठ कंपनी के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के कारण एसईसीएल को करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है जिसकी जांच कर कार्यवाही की जाए ।

मिट्टी और कोयला परिवहन के नाम पर की जा रही है हेरा फेरी

श्री सिंह ने कहा कि जमुना कोतमा क्षेत्र के आमाडांड खुली खदान परियोजना में कार्यरत नीलकंठ कंपनी के द्वारा ओबी हटाने एवं कोयला परिवहन करने के नाम पर बड़े पैमाने पर हेरा फेरी की जा रही है जिसकी जांच कराई जाए ।कम मात्रा में ओबी हटाने और कोयला परिवहन का कार्य किया जा रहा है लेकिन फर्जी बिलों के माध्यम से कंपनी को करोड़ों रुपए की चपत लगाई जा रही है। नीलकंठ कंपनी में कार्य करने वाले मजदूरों का शोषण किया जा रहा है उन्हें एसईसीएल कंपनी द्वारा निर्धारित की गई मजदूरी का भुगतान नहीं दिया जा रहा है मनमाने दर पर मजदूरों को मजदूरी भुगतान कर उनका शोषण हो रहा है जिसकी जांच कराई जाए।

कर्मचारियों को नहीं उपलब्ध हो रहे सुरक्षा के उपकरण

शिकायत में राजेश सिंह ने बताया कि कोयला खदान में मजदूरों को कार्य के दौरान टोपी बेल्ट लाइट गमबूट एवं अन्य सेफ्टी उपकरण उपलब्ध नहीं कराया जाता है जिससे उनके जीवन को हर समय खतरा बना रहता है।

श्रम कानून का हो रहा उल्लंघन

श्री सिंह ने कहा कि नीलकंठ कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों से 8 घंटे के बदले 12 घंटे कार्य लिया जा रहा है जो कंपनी के दिशा निर्देशों के विपरीत है। श्रम कानून का उल्लंघन करते हुए नीलकंठ कंपनी मनमर्जी के मुताबिक श्रमिकों से काम ले रही है नीलकंठ कंपनी के द्वारा अभी तक एसईसीएल से कार्य के बदले लिए गए भुगतान और किए गए कार्यों की सूक्ष्म जांच कराई जाए।

बिना प्रशिक्षण के लिया जा रहा कार्य

बिना बीटीसी एवं ईएमई प्रशिक्षण के ही खदान के अंदर भारी मात्रा में कर्मचारियों से कार्य कराया जा रहा है जिससे कभी भी दुर्घटना घटित हो सकती है।
नीलकंठ कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों को 10 से ₹20 हजार मासिक वेतन दिया जा रहा है और उनका शोषण किया जा रहा है जबकि प्रतिदिन 1345 के हिसाब से कर्मचारियों का भुगतान होना चाहिए।
नीलकंठ कंपनी में कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों का बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने की व्यवस्था कराई जाए.
भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजेश सिंह ने नीलकंठ कंपनी के द्वारा की गई हेरा फेरी एवं भ्रष्टाचार तथा मजदूरों के शोषण से संबंधित उपरोक्त बिंदुओं की जांच करते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग की है जिससे कि मजदूरों को न्याय मिल सके और एसईसीएल कंपनी को हो रहे नुकसान को रोका जा सके।

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