पंथ श्री हुजूर उदित मुनि नाम साहेब की पावन उपस्थिति में समाज को मिला आत्मिक उत्थान का संदेश
ग्राम पंचायत कदमतोला पायरी क्रमांक 1 बना कबीरपंथ की चेतना का केंद्र


अनूपपुर, पायरी।
ग्राम पंचायत कदमतोला पायरी क्रमांक 1 में एक ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक क्षण साकार हुआ, जब पंथ श्री हुजूर उदित मुनि नाम साहेब की पावन उपस्थिति में कबीर धर्मदास वंशावली मिशन का विशाल आयोजन संपन्न हुआ।
यह आयोजन सिर्फ़ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि एक ऐसी आध्यात्मिक क्रांति थी, जिसमें संत कबीर साहेब की वाणी, विचार और विरासत को वर्तमान युग की चेतना से जोड़ने का कार्य हुआ।
पंथ श्री की उपस्थिति ने बढ़ाई गरिमा
पंथ श्री उदित मुनि नाम साहेब की सशरीर उपस्थिति ने इस आयोजन को अलौकिक स्पर्श दिया। उनके पदार्पण के साथ ही सभा स्थल पर एक दिव्यता का अनुभव किया गया। अनुयायियों ने स्वागत में श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत वातावरण तैयार किया, जहाँ हर चेहरा आनंद और श्रद्धा से दमक रहा था।
उनकी उपस्थिति मात्र से ही आयोजन में एक नई ऊर्जा, नई दृष्टि और नवचेतना का संचार हुआ।
कबीर वाणी के गूंजते स्वर
कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक भजन गायन से हुई। कबीर वाणी की सरलता और गहराई ने श्रद्धालुओं को भीतर तक स्पर्श किया। माहौल पूरी तरह आध्यात्मिक बन गया — जैसे एक पूरी पीढ़ी आत्मचिंतन की ओर उन्मुख हो रही हो।
जनसागर उमड़ा — समाज का अभूतपूर्व समागम
मिशन के जिला प्रमुख श्री राजू माहरा के संयोजन में यह आयोजन क्षेत्र के कोने-कोने से श्रद्धालुओं को जोड़ लाया। जनपद सदस्य श्री केशर दास चंद्रा, मित्तल महरा, रेंजर श्री विनोद महरा, कपिल महरा, अमित महरा, दीपक माहरा, समस्त महरा समाज एवं कबीरपंथी अनुयायीगण की उपस्थिति ने आयोजन को सामाजिक समरसता का अनूठा उदाहरण बना दिया।
पंथ श्री का संदेश: संत मार्ग ही भविष्य की दिशा
पंथ श्री उदित मुनि नाम साहेब ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युवाओं को बाहरी आडंबर और सामाजिक भेदभाव से ऊपर उठकर आत्मिक सच्चाई की खोज करनी चाहिए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि कबीरपंथ केवल परंपरा नहीं, बल्कि एक जीवंत अनुभव है — जो जीवन में स्थिरता, विवेक और समरसता लाता है।
उनके प्रेरक विचारों ने न केवल युवाओं को सोचने पर मजबूर किया, बल्कि पूरे समाज को संत मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।
आरती, प्रसादी और सामूहिक संकल्प
कार्यक्रम के अंतिम चरण में सामूहिक आरती और प्रसादी का आयोजन हुआ। पंथ श्री की अगुवाई में श्रद्धालुओं ने यह संकल्प लिया कि वे कबीरपंथ की मर्यादा का पालन करेंगे, समाज सेवा को जीवन का अंग बनाएंगे और संत परंपरा को सम्मानपूर्वक आगे बढ़ाएंगे।
कदमतोला पायरी क्रमांक 1 बना संत चेतना का केंद्र
इस आयोजन ने ग्राम पंचायत कदमतोला पायरी क्रमांक 1 को केवल एक ग्राम नहीं, बल्कि कबीरपंथीय चेतना के केंद्र के रूप में प्रतिष्ठित कर दिया। यहाँ केवल एक आयोजन नहीं हुआ — यहाँ एक चेतना जागी, एक परंपरा सशक्त हुई और एक दिशा स्पष्ट हुई।